मंगलवार, 1 अप्रैल 2008

भूले से भी भूल न जाना

भूले से भी भूल न जाना
नींद आए तो ख्वाब में आना

मैंने कब मांगी है खुशियाँ
मुस्कान नही तो आंसू बन आना

हो जब जब रात अमावस
मेरा चाँद तुम्ही बन जाना

जीवन की राहें बहुत मुश्किल है
दूर से ही लेकिन साथ निभाना

मिला लूँ सूर जब मैं खामोशी से
एक नगमा मेरे संग तुम भी गाना

भूले से भी भूल न जाना

-tarun

1 टिप्पणी:

  1. मिला लूँ सूर जब मैं खामोशी से
    एक नगमा मेरे संग तुम भी गाना

    Wonderful, Bahut khoob!

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