बुधवार, 30 मार्च 2011

मैच

कल रात बड़ी 
मुश्किल से कटी थी मेरी 
आज का दिन भी
कितना बेचैन बेचैन सा है 
आज शाम को फिर से
पुरे देश में कर्फ्यू होगा 
आज फिर गलियों में,
हर घर में एक ही चर्चा होगा 
आज रात को 
कभी जीत का शोर होगा
तो कभी हार के डर का सन्नाटा होगा
कल के अखबारों में भी 
बस एक ही किस्सा होगा
आज शाम का सबको
इंतज़ार है  
आज शाम बहुत खास है 
आज शाम को 
भारत पाकिस्तान का मैच है ...

-तरुण 




शुक्रवार, 18 मार्च 2011

होली

रंग लगाओ पानी से नहलाओ 
पानी में चाहे कुछ भी मिलाओ 
गले लगाओ गालो को सहलाओ 
प्यार से सबको अपना बनाओ 
गुज्जिया खिलाओ लड्डू खिलाओ 
 चाहे जितनी भी भंग पिलाओ 
शीला को नचाओ मुन्नी को नचाओ 
जैसे भी चाहे गाने बजाओ 
होली है बस होली मनाओ 
खुद भी खेलो सबको खिलाओ