आओ इस सालगिरह पे
हम वक्त की मुठ्ठी को खोलकर
उस हर लम्हे को निकाले
जब हम साथ में मुस्कुराये थे
उस हर एक लफ्ज़ को फिर से बोले
फिर से उस हर एक वादे को दोहराएँ
जो मैंने तुमसे और तुमने मुझसे किया था
इस सालगिरह पे चलो
हम अपनी कसमो की फिर गठडी खोले
और अपनी उन कसमो को
फिर से उठा ले
फिर से उनको कुछ साँसे देदे
जो साथ रहकर हमने खाई थी
आओ इस सालगिरह पे
हम अपने अतीत की हर मीठी याद को लेकर
अपने नए कल की सुबह को सजाये
आओ इस सालगिरह पे हम अगली सालगिरह को
एक अनोखा तोहफा देकर जाए
ऐसे हम अपनी सालगिरह मनाये
-तरुण
pyaara tarika hai saalgirah manane ka.
जवाब देंहटाएंjaan aap raho hamesha mere sath.mujhehamesha pyaar karna ka ka moka dete raho.apne ankhon mein hamesha chupaye rakho.jab bikholo ankhein apne samane payo mujhe
जवाब देंहटाएंtaun.sharma29@gmail.com
जवाब देंहटाएं