कुछ ऐसी ज़िन्दगी मिली है 
कि मौत से अब डर ही नहीं लगता 
दोनों तो एक सी है 
एक एक बार मारती है 
और दूसरी 
हर दिन बार बार मारती है 
ये कैसी रात मिली है 
कि कोई चाँद ही नहीं निकलता 
बस अँधेरा छाया रहता है 
और सुना है उस अँधेरे में 
कुछ लोग भी जीते है ....
 
