साँसों की तरह हर वादा मैं निभाता हूँ
मैं आता हूँ चला जाता हूँ
कभी गाता हूँ मैं खुशियों में
कभी ग़मों में मैं खो जाता हूँ
चमकता हूँ चाँदनी रातो में कभी
कभी चिराग तले मैं छुप जाता हूँ
मत मान मुझे तू अपना सनम
मैं बस बादलों सा साथ निभाता हूँ
न होगा कही मेरे जैसा कोई
मैं हर चेहरा बदलता जाता हूँ
-तरुण
मैं आता हूँ चला जाता हूँ
कभी गाता हूँ मैं खुशियों में
कभी ग़मों में मैं खो जाता हूँ
चमकता हूँ चाँदनी रातो में कभी
कभी चिराग तले मैं छुप जाता हूँ
मत मान मुझे तू अपना सनम
मैं बस बादलों सा साथ निभाता हूँ
न होगा कही मेरे जैसा कोई
मैं हर चेहरा बदलता जाता हूँ
-तरुण
fantastic badalon se tulana bahut achhe
जवाब देंहटाएंkafi umda hain aapke ye alfaz......
जवाब देंहटाएंतरुण जी आपकी रचना बेहद पसन्द आई
जवाब देंहटाएंविक्रम