रात है ख्वाब है नींद की खुमारी है
तुम भी चले आओ, बस कमी तुम्हारी है
नज्म लिए हाथ में, तुझे करूँ याद मैं
लफ्ज़ अधूरे है, कहानी जैसे हमारी है
तू भी कहीं दूर है, दिल भी मजबूर है
धड़कने खामोश है, साँसे कुछ भारी है
हाथ में जाम है लब पे तेरा नाम है
होश नही होश में , क्या हसीं बीमारी है
चाँद भी है यहाँ , रात भी है जवाँ
बहकते हुए हम है दिल में बेकरारी है
-तरुण
तू भी कहीं दूर है, दिल भी मजबूर है
जवाब देंहटाएंधड़कने खामोश है, साँसे कुछ भारी है
Bahut khoob!
हाथ में जाम है लब पे तेरा नाम है
जवाब देंहटाएंहोश नही होश में , क्या हसीं बीमारी है just awesome
होश नही होश में , क्या हसीं बीमारी है..
जवाब देंहटाएंऔर इसी बीमारी की सबको जवाबदारी है..
:-)