शुक्रवार, 12 अक्टूबर 2007
akele akele
मुश्किल से रास्तों पे जाना हो
तनहा तनहा ही जब तुमको
नामुम्कीन सी मंजिलों को पाना हो
जब तुम लड़खडाओ और तुमको
थामने वाला कोई न हो
जब तुम रो-ओ और चिल्लाओ
और तुमको सुनने वाला कोई न हो
तब तुम आँखे ऊपर करके
देखना उस आकाश में
करना तुम बाहें ऊपर अपनी
और कहना उस भगवान् से
जब तक चल रही है साँसे मेरी
जब तक क़दमों में जान है
जब तक सीने में कुछ धड़कन है
और दिल में कुछ अरमां है
तब तक तन्हा ही में चलता रहूंगा
छोडूंगा न मंज़िलो की आस कभी
न बदलूंगा में राहें अपनी
और न छोडूंगा जिंदगी का साथ कभी
-tarun
(written somewhere in 2001, in delhi)
पथिक
प्यार के रीश्ते टूट जाये तो
कुछ रीश्ते नए तू बुनते चलना
ओ पथीक तू चलते चलना॥
बीते हुए दीन तुझे याद आये तो
कुछ टूटे ख्वाब तुझे सताये तो
नयी उमंगो को तू ढुन्ढते चलना
ओ पथीक तू चलते चलना ...
कभी अकेले दील घबराएँ तो
लंबी रातो में नींद न आये तो
उन लम्हों से तू लड़ते चलना
ओ पथीक तू चलते चलना
ओ पथीक तू चलते चलना ....
-tarun
(written at El Dorado hills, CA in may 2007)
Pathik
ओ पथीक तू चलते चलना
बादलों की छाँव न मीलें तो
धुप में तू चलते चलना
ओ पथीक तू चलते चलना
चांदनी की रात न मीलें तो
बनकर दीपक तू जलते चलना
ओ पथीक तू चलते चलना
फूलों से भरी राह न मीलें तो
कांटो पे ही तू चलते चलना
ओ पथीक तू चलते चलना ....
ओ पथीक तू चलते चलना ..
-tarun
(written at Agilent Technologies, Gurgraon in march,2007)
nav varsh
जब लंबी सर्द रात पे सुबह का आँचल छायेगा
जब धरती पे प्यार के फूलों का मौसम छायेगा
जब में आकाश में आजादी से हर पंछी गायेगा
जब कही कोई गोली कीसी का खून न बहाएगी
जब कोई सीमा कही कोई बन्धन न लगायेगी
जब कोई मह्ज़ब न प्यार के बीच में आएगा
जब भगवान् न हमे कोई धर्म सीखायेगा
जब सब मिलकर एक नए दुनीयाँ बनायेंगे
तब हर सुबह हर दीन हम नया वर्ष मनायेंगे ...
--tarun
(written on 31/12/2003 at Antwerp, Belgium)
Barso Pehle
तुम आओ कभी हमारी गली फीर से
फिर से सर्दी की नरम धुप में
मूंगफली खाते हुए
वो हर बात करे
जो करी थी हमने बरसों पहले
फिर से उन सर्द सर्द रातो मेंलोहरी की आग हो
फीर से सब बैठकर साथ में
वह हर बात करे
जो करी थी हमने बरसों पहले
फिर से जलते सूरज की दोपहर के बाद
वह ठंडी सी शाम आये
फिर से हम साथ गली में घूमते हुए
जो करी थी हमने बरसों पहले
फीर से धीमी धीमी धुप खिले
फीर से गरम गरम चाये के साथ
वह हर बात करे
जो करी थी हमने बरसों पहले
फीर से मोंसून का मौसम आये
फीर घंटो तक बारीश आये
फीर से गरम गरम पकोदो के साथ
वह हर बात करे
जो करी थी हमने बरसों पहले
-tarun
(written at Foster City, CA)
Madhushala
सुबह से शाम तक कंप्यूटर, रात को तो चाहीये प्याला
काम करके जब थक जाऊं तो तब मुझको चाहीये हाला
यहाँ तो सब नीरस है और होठों पे प्यास बहुत है
हर शाम को ढूंढे आँखे, दील भी चाहे बस मधुशाला
मेरे घर की की एक ही राह है जो पहुंचे बस मधुशाला
मेरी आंखो कि एक ही चाह है जो ढूंढे बस एक प्याला
रात को मेरे ख्वाब में आये सुबह उठते ही मॅन ललचाये
हर दीन की मेरी एक दुआ है, की मिल जाये थोडी सी हाला
जीवनपथ में मुझको जीवनसाथी मिले तो प्याला
कभी जो मेरे कदम रूक जाये तो मुझको मील जाये हाला
जिंदगी की मुश्किल रहो पे चलना भी तो बहुत कठीन है
जब जब थक जाऊं मैं तब तब मील जाये मुझको मधुशाला....
यह मेरा एक प्रयास है बच्चन जी की मधुशाला में कुछ और पंक्तियाँ जोड़ने का ॥
-tarun
(written at agilent technologies)
Employee number 786
Mein employee number 786 office ki khidki se bahar dekhta hoon
Din mahine saalon ko yug mein badalte dekhta hoon
Is laptop se garam garam cpu ki hawa aati hai
Iski hard disk bhi ek ajeeb sa raag sunati hai
Yeh screen pe lag wall paper mujhe shimla ki sair karwata hai
Aur yeh email mujhe har pal mere apno ke sandese lata hai
Woh. Kehte hai ki yeh project mera hai
Phir kyun yeh mujhe apna sa nahi lagta hai
Who. Kehte hai ki yeh module mujhe karma hai
Phir kyun mera mann isme nahi lagta hai
Mein employee number 786 office ki khidki se bahar dekhta hoon
Door sapno ke gaun se utri
Ek nanhi pari ko dekhta hoon
Kehti hai khud ko woh consultant aur mujhe candidate bulati hai
Hai bilkul begani par apno se zid who karti hai
Uski baato se phir mera job change ko mann karta hai
Uski promises pe phir se interview dene ko mann karta hai
mein employee number 786 office ki khidki se bahar dekhta hon
mere sapno ke rango mein lipta ek naya offer letter mein dekhta hoon
mere profile se match karti, apni requirements bhool chuki woh
mere products pe kaam karti
apne products sab chhod chuki who
uska employee count badaane kao ab jee karta hai
uske liye naya product banana ka jee karta hai
woh kehti hai mein, mera product uska hai
phir kyun woh aur candidates bhi recruit karti hai
woh kehte ki tum hi bas ab product banaoge
phir kyun woh dusro ko bhi yeh kehti hai
mein employee number 786 office ki khidki se bahar dekhta hoon
woh kehte hai ki woh company ab meri hai
phir kyun woh mujhe hike nahi dete hai
woh kehte hai ki sab milega tumhe
phir kyun woh promotion nahi dete hai ...
mein employee number 786...................
-tarun
(Written at Agilent Technologies, 6th Floor...)